समाज के हितों का संरक्षण, सवंर्धन एवं समाज की आर्थिक, शैक्षणिक, औद्योगिक व नैतिक उन्नति में योगदान करते हुए पथ-प्रदर्शन करना।
प्रशंसनीय कार्य जो शैक्षणिक, समाजोन्नति में अग्रसर हो व सामाजिक कुरीतियों एवं बुराईयों सम्बन्धी समस्या आदि पर विचार प्रकाशित कर जागृति हेतु प्रयास करना।
व्यापक-हित की सामग्री, निःशुल्क प्रकाशित की जाती है केवल नीजि हित की सामग्री विज्ञापन की श्रेणी में आती है।
कृपया पत्र-व्यवहार करते समय ग्राहक कूट-संख्या अवश्य अंकित करें। सामाजिक समाचार से सम्बन्धित सूचनाऐं २५ तारीख से पूर्व भिजवायें। यह निःशुल्क प्रकाशित की जाती है।
पत्रिका प्रकाशन का उद्देश्य व्यावसायिक नहीं, यह मिशन स्वरूप प्रकाशित किया जा रहा है। अतः इसकी सुदृढ़ता हेतु अपना आर्थिक एवं रचनात्मक सहयोग प्रदान कर इसके उत्तरोत्तर विकास में सहायक बने। विश्वास रहे पत्रिका नियमित, स्वतन्त्र और निष्पक्ष समाज हित में प्रकाशित होती रही है और रहेगी।
पत्रिका नियमित प्राप्त करने हेतु अपना पूर्ण पता भिजवायें। पते में परिवर्तन की सूचना शीघ्र प्रेषित करें।
Sunday, June 14, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
नमस्कार सारस्वत जगत,
ReplyDeleteमैं संजय सारस्वत बहुत खुश हू कि आप लोग सारस्वत समाज को एक ऊंचाई प्रदान करना चाहते हैं जिसके कि वो सही तौर पर लायक है. मुझे बहुत अच्छा लगा ! लेकिन मेरा सोचना है कि हम लोगों को अपनी विशेषताओं का बखान करने से पहले अपने समाज की कुरूतियों को मिटाना चाहिए....
जैसे कि दहेज़ प्रथा.....
मैंने ये सब महसूस किया है कि अपना समाज कितना बदल चूका है सब लोग सिर्फ दहेज़ की अपेछा करते हैं न कि अछेई लडकी की जो कि सबसे गलत है. क्या किसी अच्छी लडकी को अधिकार नहीं है कि वो भी एक अछे परिवार मैं अछ्हे साथी के साथ अपना जीवन निर्वाह कर सके सिर्फ इसलिए क्यूंकि उसके पिता के पास दहेज़ नहीं है..
मैं इस प्रकार के कुरूतियों को नहीं मानता और इनको बदलना चाहता हू....
कृपया इसका समर्थन करें..
मेरी सारस्वत जगत से सिर्फ एक ही प्रार्थना है कि वो इस महान उद्देश्य मैं सहायता प्रदान करें ... जिस से कि अपना समाज भी एक उच्हह समाज बन सके..
कृपया अपनी राइ जरूर दें मैं आपकी राइ का इंतज़ार करूँगा !!!!!!!
धन्यवाद !!!
संजय सारस्वत
s / w इंजिनियर (मुंबई)
मथुरा
niranjan sharma.........12th 69.70%
ReplyDelete